स्मृति मंधाना ने राहुल द्रविड़ का बल्ला लिया और उससे वन डे में डबल सेंचुरी मार दी

और उस बल्ले के उन तक पहुंचने की कहानी भी दिलचस्प है.

लालिमा लालिमा
फरवरी 06, 2019
राहुल द्रविड़ और स्मृति मंधाना. फोटो- रॉयटर्स/फेसबुक

स्मृति मंधाना, धाकड़ क्रिकेटर हैं. केवल 22 साल की हैं, लेकिन ऐसा खेलती हैं, जिसे देखकर बड़े-बड़े खिलाड़ियों के पसीने निकल जाएं. वो टी-20 में सबसे तेजी से 50 रन बनाने वाली, पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गई हैं. ये रिकॉर्ड उन्होंने न्यूजीलैंड के साथ हो रही, तीन टी-20 मैचों की सीरीज के पहले मैच में बनाया है. 6 फरवरी को वेलिंगटन में ये मैच हुआ, जहां स्मृति ने 24 गेंदों में 50 रन बनाए. 24वीं गेंद पर उन्होंने छक्का मारा था.

dfpxz5mxuaeiva9_750_020619044204.jpgस्मृति मंधाना. फोटो- आईसीसी ट्विटर

क्रिकेट के मैदान में स्मृति एक के बाद एक दमदार कमाल करते जा रही हैं. 2018 के आखिरी दिन, यानी 31 दिसंबर को एक लिस्ट निकली थी. आईसीसी की लिस्ट थी, जिसमें स्मृति मंधाना 'आईसीसी विमंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर' बनी थीं. उन्हें 'आईसीसी विमंस ओडीआई प्लेयर ऑफ द ईयर' भी चुना गया था.

dx2ccrxv4aeovbq_750_020619044227.jpgस्मृति मंधाना. फोटो- फेसबुक

बहुत छोटी सी उम्र से ही स्मृति क्रिकेट खेल रही हैं. वैसे तो अभी भी वो केवल 22 की ही हैं, लेकिन उन्होंने क्रिकेट खेलने की शुरुआत, तब कर दी थी, जब वो 9 साल की थीं. अब हम आपको उनके क्रिकेट के सफर से लेकर, उनकी लाइफ के कुछ दिलचस्प किस्से बताने जा रहे हैं. ध्यान से पढ़िएगा-

- स्मृति का जन्म तो वैसे मुंबई में हुआ था, लेकिन जब वो दो साल की थीं, उनका परिवार महाराष्ट्र के सांगली में रहने चला गया था. यहीं से उन्होंने पढ़ाई वगैरह की, और यहीं से उन्हें ये पता चला कि वो क्रिकेट में शानदार रिकॉर्ड्स बनाने के लिए बनी हैं.

drysdvbvaaalapz_750_123118042933_750_020619044300.jpgस्मृति मंधाना. फोटो- फेसबुक

- स्मृति से चार साल बड़ा एक भाई है- श्रवण. वो भी क्रिकेटर है, डिस्ट्रिक्ट लेवल पर खेला है. स्मृति अपने भाई को ही अपना आइडियल मानती हैं. वो जब 4 साल की थीं, तब अपने पापा के साथ भाई की नेट प्रैक्टिस देखने जाती थीं. भाई को बल्लेबाजी करता देख, स्मृति को अच्छा लगता था. उन्हें भी खेलने का मन होता था. वहीं से स्मृति की दिलचस्पी क्रिकेट में हो गई. सोच लिया कि अब बल्लेबाजी करनी है. भाई की बल्लेबाजी के सेशन के बाद स्मृति को 10-15 गेंदें खेलने को मिलती थीं, जिसके लिए वो सुबह 5 बजे उठ जाती थीं. 'ब्रेकफास्ट विद चैंपियन', एक वेब टॉक शो है. इसमें स्मृति ने इंटरव्यू दिया था. जहां उन्होंने खुद ये बात कही है.

31289078_1894826233869633_3815194155974393856_n_750_020619044312.jpgस्मृति मंधाना. फोटो- फेसबुक

- स्मृति कहती हैं, 'भाई के प्रैक्टिस के समय, शुरू के एक-दो साल तक मैं सिर्फ उसका खेल देखती थी. मेरा काम गेंदों को उठाकर इकट्ठा करना होता था. मैं ऐसा करती थी, और नेट के पीछे खड़े होकर उसे खेलते देखती थी. मुझे उसके प्रैक्टिस सेशन के बाद 10-15 गेंदें खेलने को मिलती थीं. और उसके लिए मैं सुबह 5 बजे उठ जाती थी.'

वो लेफ्टी नहीं हैं

- स्मृति लेफ्ट हैंडेड बल्लेबाज़ हैं, लेकिन वो लेफ्टी नहीं हैं. वो सारा काम राइट हैंड से ही करती हैं. लेफ्ट हैंडेड होने के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है. स्मृति के पिता भी क्रिकेटर हैं. डिस्ट्रिक्ट लेवल क्रिकेट खेल चुके हैं. स्मृति के भाई श्रवण जब छोटे थे, तब उनके पिता श्रीनिवास उन्हें बल्लेबाजी सिखाते थे. श्रीनिवास खुद राइट हैंडेड बल्लेबाज थे, लेकिन वो श्रवण को लेफ्ट हैंडेड बनाना चाहते थे. इसलिए जब श्रवण दो-तीन साल का था, उस समय श्रीनिवास उनके सामने लेफ्ट हैंड से ही बल्ला पकड़कर खड़े होते थे. इसे देखकर श्रवण ने भी लेफ्ट हैंड से खेलना शुरू कर दिया. और भाई को देखकर बहन ने भी ऐसा किया.

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- स्मृति को भेल खाना बहुत पसंद है. वो बताती हैं कि वो जब भी घर जाती हैं, भेल जरूर खाती हैं. इसके अलावा उन्हें वड़ा पाव भी बहुत पसंद है.

राहुल द्रविड़ का बल्ला, जिससे रिकॉर्ड बना था

- क्रिकेटर राहुल द्रविड़ का एक बल्ला स्मृति के पास है. जो बहुत ही खास है. स्मृति के भाई श्रवण एक बार टूर पर थे. जहां उनकी मुलाकात राहुल द्रविड़ से हुई. श्रवण ने स्मृति के लिए राहुल से एक बल्ला मांगा. राहुल ने खुद का एक बल्ला श्रवण को दे दिया, और उस पर साइन भी किया. स्मृति ने इस बल्ले से खेलना शुरू कर दिया. साल 2013 में महाराष्ट्र के लिए अंडर-19 की टीम में खेलते हुए स्मृति ने दोहरा शतक जड़ा था. ये शतक गुजरात के खिलाफ मारा था. 150 गेंदों में 224 रन बनाए थे. इस मैच में स्मृति ने राहुल के बल्ले से ही खेला था. वनडे मैच में दोहरा शतक जड़ने वाली पहली भारतीय महिला भी स्मृति ही हैं. यानी ये शानदार रिकॉर्ड स्मृति ने राहुल के बल्ले से ही बनाया था.

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एक नजर रिकॉर्ड्स पर

- स्मृति जब 9 साल की थीं, तब उन्हें महाराष्ट्र की अंडर-15 टीम में सेलेक्ट कर लिया गया था. जब 15 की हुईं, तब अंडर-19 टीम में जगह मिली. भारतीय क्रिकेट टीम में 5 अप्रैल 2013 के दिन एंट्री मारी. पहला टी-20 मैच था. बांग्लादेश के खिलाफ. तब वो 17 साल की थीं. भारत के लिए पहला वनडे 2013 में 10 अप्रैल के दिन खेला था. बांग्लादेश के खिलाफ. 2016 में आईसीसी ने स्मृति को 'वीमन्स टीम ऑफ द ईयर-2016' में शामिल किया. इस टीम में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला भी स्मृति ही थीं.

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