एक चमत्कारी लेप जो आपको वैक्सिंग और शेविंग से हमेशा के लिए मुक्त कर देगा!
कितने पैसे लुटाती हो बाल हटवाने में बहन. ये क्रीम ले लो.
आज हमने एक एड देखा. इस एड को देखकर मैं और मेरी कलीग पहले तो पांच मिनट हंसे. आप भी देखिए.
ये एड बाल हटाने वाले ट्रीटमेंट की है.
बालों को इतनी सीरियसली शायद किसी ने नहीं लिया होगा.
इस एड के सारे पैसे पेपर में छपने के लिए खर्च हो गए. ग्राफ़िक डिजाइनर नहीं मिला अच्छा. उसके लिए पैसे नहीं बचे.
इस एड में आगे ये भी कहते हैं कि एक बार इनकी दी हुई क्रीम को आप एक जगह दो बार लगा लेंगे तो वहां कभी भी बाल वापस नहीं आएंगे. इनका कॉन्फिडेंस इतना तगड़ा है कि इन्होंने लिखा है कि अगर बाल उगाने के लिए इनके पास वापस आए लोग तो ये भी नहीं उगा पाएंगे. लगता है इनका और डॉक्टर बत्रा का आमना सामना होना ज़रूरी है किसी दिन.
खैर, इस तरह की एड अक्सर अखबारों और छोटे शहरों की दीवारों पर भतेरे लिखे मिल जाते हैं. लेकिन इन सबका टारगेट एक ही होता है- लोगों की इन्सिक्युरिटी यानी उनके भीतर पल रही असुरक्षा की भावना को बढ़ावा देकर उससे बचने के उपाय उपलब्ध करवाना.
रंग सांवला है? इस क्रीम से आप झक सफ़ेद हो जाएंगी.
कद छोटा है? इस दवाई से आपका कद 35 साल की उम्र तक बढ़ाया जा सकता है.
लिंग छोटा है? इस दवाई से उसका साइज़ बढ़ाया जा सकता है.
स्तन छोटे हैं? इस क्रीम से मसाज करिए, बड़े हो जाएंगे.
लोगों को उनकी शारीरिक या मानसिक कमी के बारे में कॉन्शस करके उनकी कमजोरियों का फायदा उठाना इन सभी एड्स की पुरानी परंपरा है. इन्हीं की वजह से इनकी बिक्री होती है. अपनी पर्सनालिटी को लेकर कॉंफिडेंट एक इन्सान से बढ़कर इस दुनिया में कोई खतरनाक चीज़ नहीं होती. इसी से मिलती जुलती एक अंग्रेजी कहावत है:
Nothing is more dangerous than a woman who is comfortable in her own skin.
इसे ही निभा लिया तो आधे विज्ञापन ऐसे ही खत्म हो जाएंगे.
बाकी अगर ये ऐड सही है तो सच में ये क्रीम दिव्य होगी, एकदम चमत्कारी.
लगातार ऑडनारी खबरों की सप्लाई के लिए फेसबुक पर लाइक करे