सबरीमाला में औरतें घुसीं तो बंद कर देंगे मंदिर: मुख्य पुजारी
कानून से ज्यादा यहां कर्मकांड चलता है.
आज सुबह सबरीमाला में अन्दर जाने की कोशिश में लगी पत्रकार कविता जक्कल और एक्टिविस्ट रेहाना फातिमा ने सबरीमाला मंदिर में घुसने का अपना फैसला पलट लिया. उन्होंने ये निश्चित किया कि वो और ऊपर नहीं जाएंगी क्योंकि प्रदर्शनकारी हिंसक हो रहे हैं.
People, not the devotees, who want to disrupt peace didn't allow us to enter. I want to know what was the reason. Tell me, in which way one needs to be a devotee. You tell me that first & then I will tell you if I'm a devotee or not: Woman activist Rehana Fatima #SabarimalaTemple pic.twitter.com/SRtHyllcuQ
— ANI (@ANI) October 19, 2018
सबरीमाला मंदिर के पट 17 अक्टूबर की शाम से खुले थे, तब से महिलाएं अन्दर जाने की कोशिश में लगी हैं, लेकिन काफी ज्यादा भयानक प्रोटेस्ट चल रहा है वहां. अभी सबरीमाला के मुख्य पुजारी ने बयान दिया है कि अगर कोई भी औरत (10 से 50 साल की उम्र के बीच की ) सबरीमाला मंदिर की सीढ़ियां चढ़कर ऊपर आईं, तो वो पूजा नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि ‘मैं भक्तों के साथ हूं. उनसे धोखाधड़ी करके पूजा नहीं करवा सकता. इस उम्र की कोई स्त्री मंदिर में आएगी तो मंदिर में ताला बंद कर चाभी मैनेजमेंट को दे देंगे और चले जाएंगे. इस वक़्त सबरीमाला के मुख्य पुजारी कन्द्रारू राजीवारू हैं.
We have decided to lock the temple and handover the keys & leave. I stand with the devotees. I do not have any other option: Kandararu Rajeevaru, #SabarimalaTemple head priest #Kerala (file pic) pic.twitter.com/6LilPOx9qr
— ANI (@ANI) October 19, 2018
वहां पर मौजूद आईजी श्रीजीत ने कोशिश की कि प्रदशंकारियों को समझा बुझा कर कविता और रेहाना को अन्दर जाने दें, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़ रेहाना फातिमा के घर पर भी हमला किया गया. जो प्रदर्शन कर रहे हैं उनके काफी हिंसक होने की आशंका जताई जा रही है.
Kerala: The house of woman activist Rehana Fatima in Kochi was vandalised by unidentified miscreants earlier today. She had gone up to the #SabarimalaTemple this morning under police protection & returned midway after a meeting with Kerala IG. pic.twitter.com/OYvCG2mvmb
— ANI (@ANI) October 19, 2018
जब मुख्य पुजारी ने जाने की बात कह दी है तो अब मंदिर के खुले रहने पर ही बन आई है. सबरीमाला मंदिर जब भी खुला हो वहां पर तंत्री (सबरीमाला के पुजारियों को यही कहा जाता है) या उनके किसी रिप्रेजेंटेटिव का होना ज़रूरी है. सबरीमाला में कई पूजा विधान ऐसे भी हैं जिनको बिना तंत्रियों के नहीं किया जा सकता. जैसे कलश पूजा, पड़ी पूजा इत्यादि.
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