पुलवामा आतंकी हमला: मरने के बाद भी शहीदों के परिवार को 6 लाख दे गई ये बुजुर्ग महिला

किसी ने सोने के कंगन बेच दिए, तो किसी ने भीख के पैसे दान कर दिए

लालिमा लालिमा
फरवरी 22, 2019
देवकी (लेफ्ट), पुलवामा आतंकी हमला (बीच में) और किरण (राइट). फोटो- इंडिया टुडे/रॉयटर्स/ANI ट्विटर

पुलवामा आतंकी हमला. 14 फरवरी 2019 के दिन जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला हुआ. CRPF के 45 जवान शहीद हो गए. उसके बाद से ही देश के लोगों के मन में गुस्सा है, दुख है. जाहिर सी बात है, ऐसे इमोशन्स होना जायज है. शहीदों के परिवार को रोता-बिलखता देख, देश की बाकी जनता भी रो रही है. किसी न किसी तरीके से अपनी संवेदनाएं जाहिर कर रही है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो शहीदों के परिवार की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. अपने हिसाब से, और अपने तरीकों से शहीदों के परिवार की मदद कर रहे हैं.

rtx6mpmn_750x500_022219010519.jpgपुलवामा आतंकी हमले के बाद का सीन. फोटो- रॉयटर्स

भीख मांगने वाली औरत ने दिए 6 लाख रुपए

देवकी शर्मा, एक बुजुर्ग महिला थी. 6 महीने पहले उसकी मौत हो गई. वो राजस्थान के अजमेर में जय अम्बे माता मंदिर के सामने भीख मांगती थी. भीख से मिले पैसों को वो इकट्ठा करती थी. उसने करीब 6 लाख रुपए जोड़ लिए थे. और मरने से पहले, बैंक ऑफ बड़ौदा में अकाउंट में जमा करवा दिए थे.

bhikharan-01_022119121142_750x500_022219010552.jpgदेवकी शर्मा, जिनकी अंतिम इच्छा थी कि उनके पैसों का इस्तेमाल नेक काम में हो. फोटो- इंडिया टुडे

जब वो जिंदा थी, तब उसने मंदिर के ट्रस्टियों से कहा था, कि उसकी मौत के बाद इन पैसों का इस्तेमाल किसी अच्छे काम में किया जाए. ये उसकी अंतिम इच्छा थी. अब जब पुलवामा में आतंकी हमला हुआ, जवान शहीद हुए. तब मंदिर के ट्रस्टियों ने देवकी के पैसों से शहीदों के परिवार की मदद करने का फैसला किया. बैंक ड्राफ्ट के जरिए अजमेर के कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा को पैसे सौंप दिए. देवकी के पूरे पैसे मुख्यमंत्री सहायता कोष को दे दिए गए हैं. देवकी के पैसों से अब राजस्थान के शहीद जवानों के परिवार को आर्थिक मदद मिलेगी.

bhikharan-06_022119121142_750x500_022219010650.jpgमंदिर के ट्रस्टियों ने बैंक ड्राफ्ट के जरिए देवकी के पैसे दान किए. फोटो- इंडिया टुडे

सोने के कंगन बेचकर शहीदों के परिवार को 13 लाख दिए

किरण झागवाल, उत्तर प्रदेश के बरेली में रहती हैं. वो यहां एक प्राइवेट स्कूल में प्रिंसिपल हैं. शहीदों के परिवार को टीवी पर रोता-बिलखता देख उन्होंने एक फैसला लिया. फैसला, अपने सोने के कंगन बेचकर उन परिवारों की मदद करने का.

dz9ln6_vaaewu4t_750x500_022219010737.jpgकिरण झागवाल, जिन्होंने अपने पापा के दिए हुए कंगन बेच दिए. फोटो- एएनआई ट्विटर

किरण को उनके पापा ने सोने के कंगन गिफ्ट किए थे. लेकिन शहीदों के परिवार की मदद के लिए किरण ने एक झटके में ही उन्हें बेचने का फैसला कर लिया. कंगन बेचे और प्राइम मिनिस्टर रिलीफ फंड में शहीदों के परिवार की मदद के लिए 13 लाख रुपए दे दिए.

किरण कहती हैं, 'मैंने जब टीवी पर लोगों को रोते देखा, तो मैंने सोचा कि मैं क्या कर सकती हूं उनके लिए? फिर मैंने कंगन बेच दिए. वो मेरे पापा ने गिफ्ट किए थे मुझे. लोगों को आगे आना चाहिए. हम पूरे 130 करोड़ लोग हैं. अगर हर कोई एक रुपए भी देगा, तो भी बहुत मदद हो जाएगी.'

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