इस वजह से मेगन मर्केल अपनी दोस्त प्रियंका चोपड़ा की शादी में नहीं आ पाएंगीं?
प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस दिसंबर में शादी कर रहे हैं.
जब से प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस का रोका हुआ है तब से सबको उनकी शादी का बेसब्री से इंतज़ार है. मानो घर की शादी हो. खैर. खबरें आ रही हैं कि इस साल दिसंबर में दोनों राजस्थान में शादी कर रहे हैं. अब शादी हो रही है तो सबकी नज़र कौन-कौन आएगा इस पर है. एक ख़ास मेहमान हैं जिनका सबको बेसब्री से इंतज़ार है. वो हैं ब्रिटेन की शाही बहू मेगन मार्कल. प्रियंका और मेगन दोनों काफ़ी समय से अच्छे दोस्त हैं. जब मेगन की शादी प्रिंस हैरी से हुई थी, तो प्रियंका को इस शाही शादी में बुलाया गया था. तो ज़ाहिर सी बात है सबको उम्मीद है प्रियंका की शादी में मेगन आएंगी. पर ऐसी उम्मीद रखने वालों को शायद निराश होना पड़े. मेगन हो सकता है कि प्रियंका कि शादी में न आएं. नहीं, दोनों के बीच कोई अनबन नहीं हुई है. दरअसल, मेगन प्रेगनेंट हैं. दुख की बात ये है कि मेगन की प्रेग्नेंसी काफ़ी मुश्किल है. वो 37 साल की हैं और डॉक्टरों के मुताबिक उनकी एक जेरीऐट्रिक प्रेग्नेंसी है.
ये जेरीऐट्रिक प्रेग्नेंसी क्या होती है?
जेरीऐट्रिक प्रेग्नेंसी शब्द अपने आप में थोड़ा सेक्सिस्ट है. कहने को तो ये एक मेडिकल टर्म है जो काफ़ी सालों पहले बनाया गया था. इसका मतलब सिंपल है. वो प्रेग्नेंसी जो 35 साल के बाद होती है. आमतौर पर औरतों को हिदायत दी जाती है कि 30 साल की होने से पहले बच्चा पैदा कर लें. वो इसलिए क्योंकि उनका शरीर 30 से पहले आसानी से बच्चा पैदा कर सकता है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है प्रेग्नेंसी मुश्किल हो जाती है. ऐसा लोगों का मानना है.
पर बीते कुछ सालों में कई औरतें ने 35 से 39 की उम्र के बीच में पहला बच्चा पैदा करना शुरू कर दिया है.
जेरीऐट्रिक प्रेगनेंसी शब्द अपने आप में थोड़ा सेक्सिस्ट है. (फ़ोटो कर्टसी: Pixabay)
जेरीऐट्रिक प्रेग्नेंसी के रिस्क
क्योंकि अब कई औरतें 35 के बाद अपना पहला बच्चा पैदा करती हैं इसलिए डॉक्टर जेरीऐट्रिक प्रेग्नेंसी टर्म का इस्तेमाल करने से बचते हैं. अब ऐसी प्रेग्नेंसी को एडवांस्ड मैटरनल ऐज प्रेग्नेंसी कहा जाता है. पर इसके कई रिस्क हैं. जैसे:
- प्रीमैच्योर बिर्थ (वक़्त से पहले बच्चा पैदा हो जाना)
- नवजात बच्चे का वज़न कम होना
- बच्चा मरा हुआ पैदा होना
- डिलीवरी के समय दिक्कत आना
- नेचुरल डिलीवरी न हो पाना
- डिलीवरी के दौरान मां का बीपी हाई हो जाना
- डायबिटीज़
ज़रूरी नहीं कि हर प्रेग्नेंसी जो 35 साल के बाद हो उसमें कॉम्प्लिकेशन आएं. अगर आप 35 साल से ऊपर हैं और मां बनने वाली हैं तो अपने डॉक्टर से बात करिए.
अब ऐसी प्रेगनेंसी को एडवांस्ड मैटरनल ऐज प्रेगनेंसी कहा जाता है. (फ़ोटो कर्टसी: Pixabay)
साथ ही इन चीज़ों का ध्यान रखिए
- हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करती रहिए
- हेल्दी खाइए
- प्रेगनेंट होने की कोशिश करने से पहले प्रीनेटल विटामिन की टेबलेट खानी शुरू कर दें
- प्रेगनेंट होने से पहले अपने वज़न पर ध्यान दें. न ओवरवेट हों न अंडरवेट
- कॉफ़ी या अल्कोहोल अवॉयड करें
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