मीराबाई चानू के पहले इन महिला खिलाड़ियों को मिल चुका है खेल रत्न
22 साल बाद एक महिला वेटलिफ्टर को मिलेगा राजीव गाँधी खेल रत्न अवॉर्ड.
17 सितंबर 2018 को विराट कोहली और मीराबाई चानू का नाम खेल रत्न के लिए नामांकित किया गया. विराट कोहली भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के कप्तान हैं. मीराबाई चानू वेटलिफ्टर. दोनों ही नाम अपने-अपने खेलों में बेहतरीन. 20 सितंबर को खेल मंत्रालय ने ये ऐलान किया है कि इस साल का खेल रत्न मीराबाई चानू और विराट कोहली को दिया जाएगा. ये पुरस्कार उन्हे 25 सितंबर को दिया जाएगा.
क्या होता है 'खेल रत्न'?
खेलों में दिया जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार है खेल रत्न. इसका आधिकारिक नाम है- ‘राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड इन स्पोर्ट्स एंड गेम्स’. पुरस्कार का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा गया है. जीतने वाले खिलाड़ी को पदक, प्रमाण-पत्र, औपचारिक पोशाक(Ceremonial dress) और 7.5 लाख रुपए नकद राशि पुरस्कार के तौर पर दिए जाते हैं.
ये पुरस्कार 1991-92 में पहली बार दिया गया था. पहला खेल रत्न पुरस्कार ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद को दिया गया था.
कौन हैं मीराबाई चानू?
मीराबाई चानू वेटलिफ्टर हैं. उन्हें साल 2018 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरुस्कार से नवाज़ा गया. 2018 में ही गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता. ये पदक उन्होंने वेटलिफ्टिंग की 48 किलोग्राम कैटेगरी में जीता. अब इस ही साल उन्हें खेल रत्न के लिए नामांकित किया गया है.
मीराबाई भारतीय उत्तर पूर्वी राज्य मणिपुर से हैं और 48 किलोग्राम कैटगरी में वेटलिफ्टिंग करती हैं.
साल 2017 में मीराबाई ने अनाहॉइम में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था. वहीं 2014 के ग्लास्गो कॉमनवेल्थ में रजत पदक. वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के लिए मणिपुर सरकार ने उन्हें 20 लाख रुपए नकद पुरस्कार के तौर पर दिए थे. चानू ने 2016 के ओलंपिक्स के लिए भी क्वालीफाई किया था. हालांकि, रियो ओलंपिक्स में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था.
इस साल नवंबर में वेटलिफ्टिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप होने वाली है. इस चैंपियनशिप में मीराबाई भाग नहीं ले रही हैं. उनकी कमर में लगी चोट के कारण वो एशियन गेम्स का हिस्सा नहीं बन पाई थीं. अब वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी हिस्सा नहीं लेंगी. 2020 ओलंपिक्स के लिए ये चैंपियनशिप पहला क्वालीफाइंग इवेंट है.
‘द हिन्दू’ के अनुसार, मीराबाई ने कहा है-
‘मुझे क्षमता से अधिक भार उठाने के कारण चोट लगी है. मेरे स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है. दर्द कम हुआ है और मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगी. मैं वेटलिफ्टिंग में कम भार उठाकर प्रैक्टिस भी करने लगी हूं.’
किन महिला खिलाड़ियों को मिल चुका है खेल रत्न?
1. कर्णम मल्लेश्वरी (1994-95)
करनम मल्लेश्वरी वेटलिफ्टर रही हैं. करनम ओलंपिक्स के वेटलिफ्टिंग में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं. साल 2000 के सिडनी ओलंपिक्स में उन्होंने कांस्य पदक जीता था. 1994 और 95 की वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में करनम ने स्वर्ण पदक जीता. साथ ही एशियन गेम्स और वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में कई पदक जीते. खेल रत्न जीतने वाली ये पहली महिला खिलाड़ी हैं.
2. कुंजरानी देवी (1995-96)
कुंजरानी देवी भी वेटलिफ्टर रही हैं. मणिपुर से आने वाली ये खिलाड़ी कई वर्ल्ड चैंपियनशिप्स और एशियन गेम्स में भारत के लिए पदक जीत चुकी हैं. 1994 से 97 तक लगातार चार साल वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में कुंजरानी देवी रजत पदक जीती थीं. साल 2006 के कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम किया. वो सीआरपीएफ में नौकरी कर चुकी हैं.
3. ज्योतिर्मयी सिकदर (1998-99)
ज्योतिर्मयी सिकदर धावक और नेता हैं. 1998 के एशियन गेम्स में ज्योतिर्मयी ने 800 और 1500 मीटर रिले रेस में स्वर्ण पदक जीता था. एशियन चैंपियनशिप और एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी वो कई पदक जीत चुकी हैं. 2004-2009 के बीच ज्योतिर्मयी पश्चिम बंगाल के कृष्णनगर से सांसद रह चुकी हैं.
4. के. एम. बीनामोल(2002)
कल्यातुम्कुझी मेथ्यूज़ बीनामोल भारतीय रेसर हैं. 2002 एशियन गेम्स में इन्होंने 800 मीटर और 4*400 मीटर रिले रेस में गोल्ड मेडल जीता था. साथ ही एशियन चैंपियनशिप्स में भी मेडल्स जीते हैं. बीनामोल 2004 ओलंपिक्स में भाग ले चुकी हैं. यहां वो छठवें स्थान पर रही थीं. उन्हें 2004 में ही पद्मश्री पुरस्कार से नवाज़ा जा चुका है.
5. अंजली भागवत (2002)
अंजली भागवत शूटर हैं. वो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 31 स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं. इसके अलावा 23 रजत और 7 कांस्य पदक भी अपने नाम कर चुकी हैं. वो कॉमनवेल्थ गेम्स में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करती रही हैं.
6. अंजू बॉबी जॉर्ज(2003)
अंजू लॉन्ग जंप खिलाड़ी रही हैं. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतियोगिताओं में इन्होंने कई पदक जीते हैं. 2002 एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक इनमें से एक है.
7. मेरी कॉम(2009)
मेरी कॉम बॉक्सर हैं. वो ओलंपिक्स खेलने और उसमें पदक जीतने वाली इकलौती भारतीय महिला बॉक्सर हैं. एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ और कई अंतर्राष्ट्रीय खेलों में मेरी पदक जीत चुकी हैं. उन्होंने पांच बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीता है. उन्हें अपने खेल के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार मिल चुके हैं. साल 2016 से मेरी राज्यसभा की सांसद हैं.
8. सायना नेहवाल (2010)
सायना नेहवाल बेडमिंटन खिलाड़ी हैं. 2012 ओलंपिक्स में कांस्य पदक जीत चुकी हैं. वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में रजत और कांस्य पदक जीती हैं. सायना ने 2010 और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता है. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई खेलों का हिस्सा रही हैं, उन्हें जीता है, कई पुरस्कार जीत चुकी हैं.
9. सानिया मिर्ज़ा (2015)
सानिया मिर्ज़ा अंतर्राष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी हैं. सानिया दुनिया की नंबर वन खिलाड़ी रह चुकी हैं. 6 ग्रैंड स्लेम्स जीत चुकी हैं. वो भारत की सबसे सफल टेनिस खिलाड़ी हैं. खेल रत्न के अलावा भारत सरकार ने उन्हें अर्जुन अवॉर्ड, पद्म भूषण और पद्मश्री पुरस्कार से भी नवाज़ा है.
10. पी.वी. सिंधू (2016)
पी.वी. सिंधू बेडमिंटन खिलाड़ी हैं. इन्होंने रियो ओलंपिक्स में रजत पदक जीता है. कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेलों को जीत चुकी हैं. 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में सिंधू भारतीय परेड की लीडर रही थीं.
11. दीपा कर्माकर (2016)
दीपा कर्माकर भारतीय जिमनास्ट हैं. वो जिमनास्टिक्स वर्ल्ड कप में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं. प्रोदुनोवा वॉल्ट करने वाली वो चुनिंदा जिमनास्ट्स में से एक हैं. दीपा ने 14 साल की उम्र में अपना पहला नेशनल जूनियर चैम्पियनशिप जीता था. अपने पूरे करियर में दीपा ने कुल 77 मेडल जीते हैं. इन 77 मेडल्स में से 67 गोल्ड मेडल हैं.
12. साक्षी मलिक (2016)
साक्षी पहलवान हैं. 2016 रियो ओलंपिक्स में कांस्य पदक जीतने वाली ये खिलाड़ी कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन चैंपियनशिप्स और भी कई राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय खेलों में ढेरों पुरस्कार जीत चुकी है.
लगातार ऑडनारी खबरों की सप्लाई के लिए फेसबुक पर लाइक करे