पुरुषों के लिए गर्भनिरोधक गोलियां आ गई हैं, जानिए इन्हें कैसे लेना है

अब तक केवल महिलाएं लेती थीं ऐसी गोलियां.

नेहा कश्यप नेहा कश्यप
मार्च 26, 2019

महिलाएं प्रेग्नेंसी से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोली, इमरजेंसी पिल वगैरह लेती हैं. ताकि आगे चलकर उन्हें अबॉर्शन जैसी मुश्किलें न झेलनी पड़ें. साइंटिस्ट्स ने ऐसी दवा बनाने की दावा किया है जो पुरुषों के लिए गर्भनिरोध जैसा काम करेगी. डेलीमेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन और लॉस एंजेलेस बायोमेड इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट्स ने ये दवा बनाई है. 11-beta-MNTDC नाम की ये दवा उस हार्मोन को घटा देगी जो स्पर्म बनाने का काम करता है. हालांकि इससे मर्दों की सेक्स ड्राइव में कोई कमी नहीं आएगी और ये पूरी तरह सुरक्षित है. 

पुरुषों के लिए अभी तक गर्भनिरोध के दो तरीके हैं. कॉन्डम और नसबंदी. इसके अलावा गर्भनिरोध के सभी तरीके महिलाओं के जिम्मे हैं. कॉन्डम बनाने वाली अंतरराष्ट्रीय कंपनी ड्यूरेक्स के मुताबिक भारत के 95 फीसदी मर्द सेक्स के दौरान कॉन्डम इस्तेमाल करना पसंद नहीं करते हैं. नसबंदी गर्भनिरोध का परमानेंट तरीका है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2017 में भारत में सिर्फ 7 फीसदी मर्दों और 93 फीसदी औरतों ने नसबंदी कराई.

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ऐसे हालात में इस दवा को महिलाओं के लिए किसी उम्मीद की किरण की तरह देखा जा रहा है. जो उन्हें कई तरह की परेशानियों से मुक्ति दिलाएगी. लेकिन खुद इस दवा को बनाने वाले साइंटिस्ट्स कहते हैं कि दुनिया अभी मर्दों के कॉन्ट्रासेप्टिव पिल के लिए तैयार नहीं है. इसमें कम से कम 10 साल का समय लगेगा. फिलहाल इस दवा को मर्दों पर टेस्ट किया जा रहा है. और 2022 तक इसके पास होने की उम्मीद है.

पुरुषों को 28 दिनों तक इस दवा की 200 या 400 एमजी डोज लेनी होगी. स्पर्म बनाने वाले हार्मोन को घटाकर स्पर्म में कमी लाने में 60 से 90 दिन लगेंगे. पुरुषों के अंडकोष 1 सेकेंड में 1500 स्पर्म का निर्माण करते हैं. वैज्ञानिकों के मुताबिक यही वजह है कि पुरुषों के लिए कॉन्ट्रासेप्टिव पिल बनने में इतना समय लग गया.

पढ़िए ः यौन सबंध के बाद इमरजेंसी में गर्भनिरोधक गोली लेना कितना सही है?

 

 

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