उस नेता पर बनी फिल्म का फर्स्ट लुक आ गया, जिसके लिए लोग ज़मीन से खाते, पैरों में लोट जाते
जयललिता पर बायोपिक: नित्या मेनन कार्बन कॉपी लग रही हैं.
‘राजनीति में अगर आपको कुछ कहलवाना है, तो किसी पुरुष से से कहिए. लेकिन अगर कुछ करवाना है, तो एक औरत से बात करिए’ .ये लाइन है ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर की. उनको पूरी दुनिया में ‘द आयरन लेडी’ के नाम से जाना जाता है. उनको लोग प्यार से मैगी भी बुलाते थे. जिस समय मार्गरेट थैचर दुनिया के नक़्शे पर पॉपुलर हो रही थीं, उस समय भारत में इंदिरा गांधी भारत की लीडर बन कर उभरी थीं. दोनों के बीच सम्बन्ध अच्छे थे. दोस्ताना थे.
इंदिरा की हत्या के बाद देश की सबसे ताकतवर महिला की गद्दी पर बैठने वाला नाम दक्षिण भारत से था. नाम था जे जयललिता.
1982 में अपना पॉलिटिकल करियर AIADMK (All India Dravida Munnetra Kazhagam) पार्टी से शुरू किया. 1984 में राज्य सभा की सदस्य बनीं. उस समय के चीफ मिनिस्टर एम जी रामचंद्रन ने उनको काफी सपोर्ट किया. छह बार तमिलनाडु की चीफ मिनिस्टर बनीं. पहली स्पीच में एक औरत की महानता पर बात की थी जयललिता ने.
तस्वीर: ट्विटर
2016 में लम्बी बीमारी के बाद उनका देहांत हो गया. उनके फैन्स दुःख में जो डूबे, भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया. लोगों ने अपनी ‘अम्मां’ को खो दिया था. जयललिता की मृत्यु को दो साल पूरे हो गए हैं. पांच दिसंबर को उनकी जिंदगी पर बनने वाली फिल्म – ‘द आयरन लेडी’ का पहला लुक पोस्टर रिलीज किया गया. इसमें नित्या मेनन जयललिता के किरदार में दिखेंगी. इस पोस्टर पर उनकी शक्ल जयललिता के उन दिनों से बहुत मिलती है जब उन्होंने अपना पॉलिटिकल करियर शुरू ही किया था. फिल्म को ए प्रियदर्शिनी डिरेक्ट करेंगी. ये उनकी पहली फिल्म है. 24 फरवरी को जयललिता का जन्म हुआ था, उसी दिन से ये फिल्म फ्लोर पर जाएगी ऐसा कहा जा रहा है.
तस्वीर: ट्विटर
इस फिल्म से लोगों को उम्मीद है कि जयललिता की जिंदगी के कुछ अनछुए पहलू भी सामने आएंगे. किस तरह उन्हें कुत्तों से बेहद प्यार था. लेकिन अपनी प्यारी कुतिया जूली के मर जाने के बाद उन्होंने दुबारा कभी कोई कुत्ता नहीं पाला. कैसे मैसूर में एक तमतमाई हुई भीड़ उनके फिल्म सेट पर पहुंच गई थी. जयललिता ने खुद को तमिल कहा था, इस पर कन्नडिगा लोग भड़क गए थे. चामुंडी स्टूडियो में शूटिंग कर रही थीं जयललिता. वहां पर पहुंच के धमकाने लगे कि माफी मांगो. उस भीड़ के सामने उन्होंने डटकर कहा था ‘ मैंने कुछ गलत नहीं कहा. मैं क्यों माफी मांगूं? मैं तमिलियन हूं, कन्नडिगा नहीं’. ये बात उन्होंने कन्नड़ में कही.जयललिता की ज़िन्दगी पर बनने वाली ये इकलौती फिल्म नहीं है. भारती राजा और ए एल विजय ने भी इसी तरह की फिल्मों की घोषणा की है. देखना ये है कि इस फिल्म में जयललिता की जिंदगी और लोगों में उनके लिए दीवानगी कितने अच्छे तरीके से उकेरी जा पाती है.
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