कमला हैरिस: भारतीय मूल की वो औरत जो दुनिया की सबसे ताकतवर राष्ट्रपति बन सकतीं हैं

157 करोड़ रुपये जमा कर चुकी हैं, क्या ट्रम्प को टक्कर दे पाएंगी?

2020 में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं. इस वक़्त वहां के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप हैं. 2020 में वो फिर से चुनाव लड़ेंगे. इस बार उनके खिलाफ चुनाव में खड़े होने वाले लोगों में बर्नी सैंडर्स (पिछले चुनाव में हिलरी क्लिंटन से हारकर बाहर हुए थे चुनाव से), जो बिडन (बराक ओबामा के साथ उपराष्ट्रपति रहे थे अमेरिका के), और भी कई नाम सामने आए हैं. इस बार कई महिलाओं ने नामांकन भरा है राष्ट्रपति चुनावों में खड़े होने के लिए.

उनमें से एक हैं कमला हैरिस. डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से कैंडिडेट हैं. बीते कुछ ही समय में 23 मिलियन डॉलर (2.3 करोड़ डॉलर) यानी 157 करोड़ रुपए उन्होंने चुनाव के कैम्पेन के लिए इकठ्ठा कर लिए हैं. इस वजह से ख़बरों में बनी हुई हैं. जनवरी में इसी साल उन्होंने घोषित किया था कि वो राष्ट्रपति का चुनाव लड़ेंगी. अब इससे पहले कि हम आगे बढ़ें और कमला के बारे में बताएं, थोड़ा-बहुत अमेरिका के प्रेसिडेंशियल इलेक्शन के बारे में जान लीजिए. अमेरिका में प्रेसिडेंट ही सरकार का अध्यक्ष होता है और देश का भी. जैसे भारत में ऐसा नहीं है. सरकार का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होगा, लेकिन देश का अध्यक्ष राष्ट्रपति होगा. अमेरिका में ऐसा नहीं है. अब जैसे इधर कांग्रेस और बीजेपी हैं, वैसे ही उधर डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी हैं. इनके अपने अपने कैंडिडेट खड़े होते हैं. पहले एक ही पार्टी के कैंडिडेट्स का आपस में कम्पटीशन होता है. जैसे हिलरी क्लिंटन और बर्नी सैंडर्स में हुआ था और हिलरी जीत कर आगे बढ़ी थीं. दोनों ही डेमोक्रेटिक पार्टी से थे. आखिर में दोनों तरफ से जीतने वाले जो बचते हैं उनके बीच आखिरी कम्पटीशन होता है प्रेसिडेंट बनने का.

shyamala_750_070919052319.jpgकमला, उनकी मां श्यामला, और बहन माया. तस्वीर: ट्विटर

चलिए, ये समझ लिया. अब कमला हैरिस कौन हैं और उन पर बात क्यों हो रही है?

पिछले कुछ दिनों से खबरों में बनी हुई हैं कमला. कैलिफोर्निया से सीनेटर हैं. डेमोक्रेटिक पार्टी से हैं. सीनेट क्या होती है? जैसे हमारे यहां राज्य सभा होती है, वैसे ही वहां सीनेट होती है. अंतर हैं, लेकिन समझने के लिए इतना काफी है. 2016 में वो दूसरी अफ्रीकन अमेरिकन महिला बनीं सीनेट में जाने वाली.

इनकी मां श्यामला गोपालन हैरिस ब्रेस्ट कैंसर स्पेशलिस्ट थीं. नाना जी पी वी गोपालन भारत में डिप्लोमैट थे. तमिलियन परिवार था, परिवार की जड़ें चेन्नई में थीं. श्यामला को गाने का बहुत शौक था. बचपन में ही नेशनल गोल्ड जीत लाई थीं सिंगिंग में. बाद में यूसी बर्कली में पढ़ाई की. फिर कैंसर रीसर्च में आ गईं . डॉनल्ड हैरिस से शादी की. वो जमैका नाम के देश से थे, और अमेरिका आकर बस गए थे.स्टैनफोर्ड में इकोनॉमिक्स के प्रफेसर रहे. दोनों की मुलाकात तब हुई जब दोनों अमेरिका में नागरिक अधिकारों के लिए चल रही लड़ाई में भाग ले रहे थे. शादी की, फिर कमला और उनकी बहन माया का जन्म हुआ. जब कमला सात साल की थीं, तब माता-पिता अलग हो गए. लेकिन माता-पिता की संस्कृति के अलग होने का फायदा उन्हें बचपन से मिला. वो चर्च भी जाती थीं, और मंदिर भी. बड़ी हुईं, तो कानून में रूचि जगी. लॉ की पढ़ाई की. एटोर्नी बनीं.

kamala_750_070919052422.jpgकमला के लिए काफी सपोर्ट दिख रहा है लोगों में, लेकिन उनको पहले सैंडर्स और बिडेन का सामना करना पड़ेगा अपनी ही पार्टी से.

अब प्रेसिडेंट का चुनाव लड़ रही हैं. इनकी मौसी सरला गोपालन अभी भी चेन्नई में रहती हैं. कमला अपने चुनावी कैम्पेन के लिए कॉर्पोरेट कम्पनियों से पैसा नहीं लेतीं. लोगों से डोनेशन लेती हैं. इसी के ज़रिए अभी अपने चुनाव का खर्चा जुटा रही हैं. बाकी लोग भी दौड़ में हैं. इस साल के अंत तक साफ़ हो जाएगा कि कौन-कौन से उम्मीदवार आगे बने हुए हैं और ट्रम्प को टक्कर दे सकते हैं.  

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