अफसर ने पासपोर्ट बनवाने के लिए धर्म बदलने को कहा, तगड़ा सबक पा गया
दुबारा ऐसी गलती नहीं करेगा कोई
मेरी एक सीनियर छुट्टी मनाने के लिए अब्रॉड जा रही थीं. जहां तक याद है, थाईलैंड थी वो जगह. शादी-शुदा थीं, पति के साथ जा रही थीं. वीजा ऑफिसर ने देखा पासपोर्ट. पूछा विजिट करने का रीजन. उन्होंने बताया. फिर पूछा आप मैरिड हो? जवाब हां में आया. पति का नाम चेक किया. पूछा, ये तो मल्होत्रा हैं, आप कपूर हैं. ऐसे कैसे मैरिड?
मेरी सीनियर तो वहां से निकल आईं, किसी तरह से एक्सप्लेन करके. लेकिन ऐसे ही मामले में जब धर्म का एंगल भी आ जाए तो क्या किया जाए?
बचपन से सिखाया गया था हमें, ‘मजहब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना’. पर खबरें आती हैं, और इस पर से भरोसा उठना शुरू हो जाता है. इस बार तो खबर लखनऊ की है. लखनऊ जिसे तमीज और तहज़ीब का शहर कहा जाता है. वो शहर जहां पर भारत और हिंदुस्तान एक हो जाते हैं. उस शहर से खबर आई है कि एक इंटरफेथ कपल को पासपोर्ट बनवाते समय हैरस किया गया.
तन्वी सेठ और अनस सिद्दीकी लखनऊ के पासपोर्ट ऑफिस गए थे. सिद्दीकी को अपना पासपोर्ट रिन्यू कराना था. तन्वी को नया पासपोर्ट चाहिए था. उन्हें वहां 19 जून को पासपोर्ट सेवा केंद्र में बुलाया गया था. पहले और दूसरे काउंटर पर सारी फॉर्मेलिटी पूरी करने के बाद जब वो तीसरे काउंटर पर पहुंचे, तो वहां पर उन्हें काफी परेशानी हुई. विकास मिश्रा नाम के ऑफिसर ने तन्वी का नाम देखा, उसके पति का नाम देखा. कहा कि तन्वी को उनका नाम चेंज करना पड़ेगा. जब तन्वी ने इस पर कुछ नहीं कहा और चुप हो गईं, तो वहां के सीनियर अफसर तक ये बात पहुंचाई अनस ने.
वहां शिकायत करने पर सीनियर अफसर ने कहा कि ऐसी कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए. इससे पहले भी ऐसे मामले आये हैं जिसमें कपल्स का धर्म अलग-अलग होता है. उनके पासपोर्ट में कोई दिक्कत नहीं आई. केवल तन्वी को एक एप्लीकेशन देनी होगी. लेकिन अनस ने बताया कि तन्वी का पासपोर्ट होल्ड में डालकर फिर उनको बुलाया गया.
अनस ने बताया कि काउंटर C पर बैठे अफसर काफी बुरे तरीके से उनके साथ व्यवहार कर रहे थे. अनस की फाइल देखकर उन्होंने कहा कि अनस को अपना धर्म बदलकर मंत्र पढ़ने चाहिए और फेरे लेने चाहिए. उसके बाद उनका पासपोर्ट भी होल्ड पर डाल दिया.
ये मामला सामने आने के बाद उस अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया. हमारे लखनऊ सूत्र आशीष श्रीवास्तव के अनुसार उसका ट्रान्सफर अब गोरखपुर कर दिया गया है. यही नहीं, पासपोर्ट सेवा केंद्र से जुड़े अधिकारियों ने ये भी कहा है कि ऐसे मामले सामने नहीं आते क्योंकि उनके अफसर ट्रेन्ड हैं. सोशल मीडिया के इस दौर में जब लोग अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज करा सकते हैं. ऐसे में अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाता है कि लोगों से कैसे पेश आना चाहिए और किस तरह का व्यवहार रखना चाहिए. इस वजह से उनमें पहले ही काफी अवेयरनेस होती है. लेकिन इस तरह का मामला फिर भी सामने आने पर अधिकारियों ने इस पर दुःख जताया.
अनस का पासपोर्ट रीन्यू हो गया है, और तन्वी को उनका नया पासपोर्ट मिल गया है.
लगातार ऑडनारी खबरों की सप्लाई के लिए फेसबुक पर लाइक करे