चुनाव से पहले ये महिला अधिकारी औरतों को सैनिटरी पैड बांट रही है, वजह बहुत दिलचस्प है

सैनिटरी पैड का चुनाव से क्या कनेक्शन?

मनोज दत्ता मनोज दत्ता
अप्रैल 15, 2019
हैलाकांडी की पहली डिप्टी कमिश्नर कीर्ति जल्ली कुछ बहुत ही अच्छा कर रही हैं.

असम में एक जिला है हैलाकांडी. यहां की डिप्टी कमिश्नर हैं कीर्ति जल्ली. हैलाकांडी जिले की पहली महिला डिप्टी कमिश्नर हैं. ये इस वक्त एक बहुत ही जरूरी काम में बिज़ी हैं. क्या काम? वो हैलाकांडी की औरतों को इस वक्त सैनिटरी पैड बांट रही हैं, कंगन बांट रही हैं. अभी तक सैनिटरी पैड के करीब 250 पैकेट और करीब 300 जोड़े कंगन बांट चुकी हैं.

अब सवाल आता है कि वो ऐसा क्यों कर रही हैं?

जवाब एक ही है. लोकसभा चुनाव. अब ऐसा बिल्कुल नहीं है कि कीर्ति किसी नेता या पार्टी का प्रचार-प्रसार कर रही हैं. बल्कि वो चुनाव का ही प्रचार-प्रसार कर रही हैं. कीर्ति हैलाकांडी की औरतों को वोट देने के लिए जागरुक कर रही हैं.

untitled-1_750x500_041519065741.jpgवो कंगन जो औरतों को बांटे गए.

दरअसल, हैलाकांडी असम के पिछड़े इलाकों में आता है. वहां की औरतें ज्यादा जागरुक नहीं हैं. उन्हें चुनाव की प्रक्रिया भी ठीक से समझ नहीं आती है. इसलिए कीर्ति चाहती हैं कि वो औरतें चुनाव की पूरी प्रोसेस समझें, और अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें. और ज्यादा से ज्यादा औरतें चुनाव में वोट करें.

इसके लिए कीर्ति ने एक पूरा अभियान चलाया है. नाम है वोटर अवेयरनेस कैम्पेन. ये कैम्पेन कीर्ति ने SVEEP, यानी सिस्टेमाटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन प्रोग्राम के तहत चलाया है. SVEEP चुनाव आयोग का बहुत ही खास प्रोग्राम है. इसके तहत देश के वोटर्स को वोटिंग की अहमियत बताई जाती है, उन्हें वोटिंग राइट के लिए जागरुक किया जाता है.

keerti-13_750x500_041519065824.jpgमोक पोलिंग स्टेशन बनाकर वोटिंग सिखाई जा रही है.

वोटर अवेयरनेस कैम्पेन के तहत ही कीर्ति ने औरतों को कंगन और सैनिटरी पैड बांटे हैं. दरअसल, पैड्स के पैकेट और कंगन, दोनों पर ही स्पेशल मैसेज लिखे हुए हैं. सैनिटरी पैड पर SVEEP का स्टीकर लगा हुआ है. जिसमें वोटिंग को लेकर स्पेशल मैसेल लिखा हुआ है. ये सैनिटरी पैड्स कीर्ति ने मुस्लिम महिलाओं को बांटे हैं. वो कहती हैं,

'हमने कुछ सैनिटरी पैड्स को SVEEP के मटेरियल से ब्रैंड किया है. और उन्हें उन मुस्लिम औरतों में बांटा है, जिन्होंने वोट देने का फैसला तो किया ही, साथ ही साथ जो मेन्स्ट्रुअल हाइजीन के मिथक को तोड़ते हुए सामने आईं. हमने औरतों को जो कंगन बांटे हैं, उनमें 18 अप्रैल को वोट देने के लिए स्पेशल मैसेज लिखा है.'

इसके अलावा हैलाकांडी में कुछ जगहों पर मोक पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं. यानी नकली पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं. और औरतों को एक एक्सरसाइज के जरिए वोट देने की प्रक्रिया समझाई जा रही है.

untitled-3_750x500_041519065912.jpgकीर्ति जल्ली उन औरतों के साथ जिन्हें उन्होंने सैनिटरी पैड बांटे हैं.

बता दें कि असम में 14 लोकसभा सीट्स हैं. हैलाकांडी करीमगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आता है. इस सीट के लिए 18 अप्रैल को चुनाव होंगे. लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई तक चलेंगे. सात चरणों में चुनाव हो रहे हैं. 18 अप्रैल को दूसरे चरण का चुनाव है. करीमगंज में मौजूदा सांसद हैं राधेश्याम बिस्वास. ये ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) से सांसद हैं. इस बार भी AIUDF ने राधेश्याम को ही मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने सवरूप दास, और बीजेपी ने कृपानाथ मल्ला को खड़ा किया है.

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