एक मां ने अपने अंडे दिए, दूसरी ने बच्चे को अपनी कोख में पाला
ये मेडिकल हिस्ट्री में पहली बार हो रहा है.
जब बात होमोसेक्शुअल कपल्स की आती है तो सबका एक सवाल होता है - ये बच्चे कैसे पैदा करेंगे? ये चिंता सबको खाए जाती है. पर साइंस ने काफ़ी तरक्की कर ली है. तो अब सेम सेक्स कपल्स के लिए बच्चा पैदा करना मुमकिन है.
न्यू-यॉर्क पोस्ट में छपी एक ख़बर के मुताबिक, दो औरतें, एश्ले कोल्टर और ब्लिस कोल्टर ने बच्चा पैदा किया. लेकिन इसमें काम ये हुआ कि ब्लिस का भ्रूण कुछ समय उनके अंदर रहा और कुछ समय उनकी पार्टनर ऐशले के अंदर. ये भ्रूण जून तक ऐशले के अंदर ही रहा. जून में उन्होंने अपने बेटे स्टेटसन को जन्म दिया. वो तीन किलो 714 ग्राम का था. जिस प्रोसीजर की वजह से ये मुमकिन हो पाया उसका नाम है एफर्टलेस रेसीप्रोकल IVF.
एश्ले काफ़ी समय से मां बनना चाहती थीं. फ़ोटो कर्टसी: ट्विटर
एश्ले काफ़ी समय से मां बनना चाहती थीं. पर ब्लिस को बच्चा नहीं चाहिए था. कुछ समय बाद उनकी मुलाक़ात डॉक्टर कैथी डूडी से हुई. उन्होंने बताया की एफर्टलेस रेसीप्रोकल IVF की मदद से वो दोनों बच्चा पैदा कर सकती हैं. एक अंग्रेजी वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा - “हमें ये अच्छा लग रहा था कि हम अपने बायोलॉजिकल बेटे को अपनी कोख में रख सकते हैं.”
ब्लिस की ओवरीज़ से अंडे निकालकर IVF के ज़रिए उन्हें एक स्पर्म से मिलवाया गया. फिर उसे ब्लिस के गर्भाशय में रखा गया. इसके बाद उनके अंदर भ्रूण डेवेलप हुआ. हां, भ्रूण निकालना थोड़ा कॉम्प्लीकेटेड था. ब्लिस से उसे निकालकर फिर एश्ले के गर्भाशय में रखा गया. डॉक्टर्स ने 10 दिन इंतज़ार किया कि वो ठीक से डेवेलप हो जाए. फ़ाइनली, वो कामयाब हुए.
जून में उन्होंने अपने बेटे स्टेटसन को जन्म दिया. फ़ोटो कर्टसी: ट्विटर
आमतौर पर IVF में जो औरत अपना अंडा देती है, वही बच्चा भी कैरी करती है. पर ये केस थोड़ा अलग था. इसमें ब्लिस ने अपने अंडे दिए और ऐशले ने बच्चा अपनी कोख में रखा. इसलिए इसकी कीमत भी आम IVF से 50 प्रतिशत कम थी.
ये प्रोसीजर सेम सेक्स कपल्स के लिए एक नेमत है. इसकी मदद से कई होमोसेक्शुअल कपल्स अब अपने बायोलॉजिकल बच्चे पैदा कर सकते हैं.
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