यौन सबंध के बाद इमरजेंसी में गर्भनिरोधक गोली लेना कितना सही है?
हर बात जो आप और आपके पति या पार्टनर को जाननी चाहिए.
वर्षा की नई-नई शादी हुई थी. हनीमून पर पहली बार उसके और उसके पति के बीच में शारीरिक संबंध बने. उसके पति ने कंडोम इस्तेमाल करने से मन कर दिया. इसलिए सेक्स के बाद वर्षा को गर्भनिरोधक गोली खाना पड़ी. आम बोल-चाल की भाषा में हम इसे इमरजेंसी कॉनट्रासेप्टिव पिल भी कहते हैं. खैर. वर्षा प्रेगनेंट न हो, इसलिए उसने वो गोली खा ली. फिर तो ये एक सिलसिला सा बन गया. वर्षा का पति जब भी उसके साथ सेक्स करता, कंडोम इस्तेमाल नहीं करता. थक-हारकर वर्षा को वो गोली खानी पड़ती. नतीजा ये हुआ कि उसके पीरियड्स गड़बड़ा गए. उसे और भी कई हेल्थ इश्यूज़ का सामना करना पड़ा.
वर्षा जैसी और भी कई महिलाएं सेक्स के बाद इमरजेंसी पिल खा लेती हैं. एक अनचाहे गर्भ से बचने के लिए. पर वो ये नहीं जानतीं कि इससे उनके शरीर पर कितना बुरा असर पड़ता है. ये तो कुछ भी नहीं. दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और सफ़दरगंज असपताल ने मिलकर एक रिसर्च निकाली थी. उसके मुताबिक, 79% दवाई बेचने वालों को ख़ुद ये पता नहीं होता कि ये पिल्स कितनी ख़तरनाक होती हैं और उनका शरीर पर क्या असर पड़ता है.
औरतों के मन में इमरजेंसी पिल्स से जुड़े कई सवाल होते हैं. इसलिए हमने इस बारे में डॉक्टर लवलीना नादिर से बात की. वो फ़ोर्टिस हॉस्पिटल, दिल्ली में एक स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं.
सबसे पहले ये जान लेते हैं कि ये पिल काम कैसे करती है?
आसान शब्दों में समझें तो ये पिल महिलाओं के शरीर में एक हॉर्मोन पैदा करती है. इस हॉर्मोन का नाम है Levonorgestrel. ये शरीर में होने वाले फ़र्टिलाइजेशन को रोक देता है. फ़र्टिलाइजेशन का मतलब हुआ ऑवरीज़ का अंडे बनाने की क्रिया. गर्भाशय के निचले हिस्से से एक फ्लूइड टाइप की चीज़ निकलती है. इसे कहते हैं सर्विकल म्यूकस. ये अंडे की सफ़ेदी जैसा होता है. पिल की वजह से ये बहुत गाढ़ा बनने लगता है. इसकी वजह से स्पर्म वहां मौजूद अंडों तक नहीं पहंच पता है. साथ ही ये अंडों को ओवरीज़ से जल्दी निकलने नहीं देता.
क्या इमरजेंसी पिल हर बार काम करती है?
जवाब है नहीं. ये 95% काम करती है. पर इसके लिए ज़रूरी है कि इसे जल्द से जल्द खा लिया जाए. अगर आपने बिना कंडोम के इस्तेमाल किए सेक्स किया है तो सेक्स के 12 से 72 घंटों के अंदर ये पिल ज़रूर खा लें. साथ ही इसे सिर्फ़ पानी के साथ ही लें. किसी और पीने की चीज़ के साथ नहीं.
ये तो हुई बात कि पिल कब और कैसे काम करती है. अब आते हैं सबसे ज़रूरी मुद्दे पर.
इस पिल के क्या-क्या साइड इफेक्ट्स हैं?
अव्वल तो जब आप ये पिल खाएंगी तो आपको चक्कर आ सकते हैं. इसके अलावा आपको अपने स्तनों में हल्का सा दर्द महसूस होगा. सरदर्द होगा. पेट में मरोड़ उठेगी. उल्टी आएगी. और पीरियड्स के दौरान ज़्यादा हैवी ब्लीडिंग होगी.
साथ ही कुछ औरतों को एक्टोपिक प्रेगनेंसी भी हो सकती है. इसका मतलब हुआ कि जो अंडा स्पर्म के साथ मिल चुका है, वो गर्भाशय के बदले कहीं और जाकर जुड़ जाता है. ये बहुत ख़तरनाक है. ये आमतौर पर उन महिलाओं के साथ होता है जो पिल्स खाती रहती हैं.
पिल्स का पीरियड पर कैसा असर पड़ता है?
क्योंकि ये पिल्स आपके हॉर्मोन्स के साथ छेड़छाड़ करती हैं इसलिए आपके पीरियड्स में गड़बड़ी आ जाती है. फिर आपको पीरियड्स वक़्त से पहले होने लगते हैं या काफ़ी लेट हो जाते हैं. और दर्द. उफफ्फ़. वो हर बार से कई, कई ज़्यादा होता है. बात यहीं ख़त्म नहीं होती. और भी है. बीच-बीच में हल्की स्पॉटिंग भी होगी. मतलब हल्का सा खून आएगा. आपको लगेगा कि फिर से पीरियड्स शुरू हो गए हैं. पर ऐसा होगा नहीं.
आपके पीरियड्स नॉर्मल होने में कुछ समय तो लगेगा. पर आपको बहुत ज़्यादा परेशान होने की ज़रुरत नहीं है.
आप कब-कब पिल्स खा सकती हैं?
इस पिल्स को इमरजेंसी कॉनट्रासेप्टिव पिल्स कहा जाता है. इसके पीछे एक वजह है. इन पिल्स को केवल इमरजेंसी के दौरान ही खाया जाता है. रोज़ नहीं. हर बार गर्भनिरोध के लिए ये सही नहीं हैं. पीरियड्स के साथ-साथ ये आपके शरीर के साथ खेल जाती हैं. इसलिए इन्हें दो या तीन महीनों में सिर्फ़ एक बार ही लेना चाहिए.
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