जानिए 'बल्जिंग डिस्क' बीमारी के बारे में जिसने अनुष्का शर्मा को परेशान कर रखा है
ये बीमारी किसी को भी हो सकती है. आपको भी.
अभी तक आपने अनुष्का शर्मा और वरुण धवन की फ़िल्म ‘सुई धागा’ का ट्रेलर तो देख ही लिया होगा. आजकल ये दोनों स्टार्स अपनी फ़िल्म प्रमोट करने के लिए एक शहर से दूसरे शहर जा रहे हैं. ज़ाहिर सी बात है ये बड़ी मेहनत का काम है. और इस मेहनत के चक्कर में अनुष्का को ‘बलजिंग डिस्क’ नाम की बीमारी हो गई है.
आख़िर ये ‘बलजिंग डिस्क’ कंडीशन क्या होती है?
जैसे की इस बीमारी का नाम है ‘बलजिंग डिस्क’, ज़ाहिर है ये रीढ़ की हड्डी से जुड़ी बीमारी है. एक बार ये बीमारी हो जाए तो आपके कूल्हों और जांघों में बहुत दर्द होता है. साथ ही इसका असर आपके नर्वस सिस्टम पर भी पड़ता है.
‘बलजिंग डिस्क’ में क्या होता है?
हमारी रीढ़ की हड्डी में एक डिस्क-नुमा चीज़ होती है. इसका काम होता है कोई भी झटका झेलने के बाद रीढ़ की हड्डी को सुरक्षित रखना. पर अगर किसी वजह से इस डिस्क पर बहुत ज़ोर पड़ता है तो इसमें सूजन आने लगती है. अगर इस सूजन पर काबू नहीं पाया गया तो इस डिस्क में चीरा लग जाता है. एक बार चीरा लग गया तो डिस्क में जो जेली टाइप की चीज़ होती है, वो बाहर निकलने लगती है. इस कंडीशन को हर्नियेटेड डिस्क कहते हैं.
किसे होती है ‘बलजिंग डिस्क’ की बीमारी?
अव्वल तो ‘बलजिंग डिस्क’ एक स्पोर्ट्स इंजरी है. मतलब ये उन लोगों को होती है जो खेल-कूद करते हैं. पर ये उनको भी हो सकती है जिनका बहुत ही हेक्टिक लाइफस्टाइल होता है. दिन भर भाग-दौड़. ज़्यादा देर खड़े रहना या एक ही जगह घंटों बैठे रहना. वगैरह. यहीं नहीं. ये उम्र के साथ भी कई लोगों को हो सकती है.
किन वजहों से ‘बलजिंग डिस्क’ हो सकती है?
1. कार एक्सीडेंट में चोट आ जाना, ज़्यादा भारी वेट उठाना या पीठ और गर्दन पर बहुत ज़ोर लगाना.
2. अगर किसी के परिवार में पहले से लोगों को रीढ़ की हड्डी में दिक्कत रही है तो उसे भी ये बीमारी हो सकती है.
3. लंबे समय तक गलत तरीके से बैठना या खड़े रहने से भी ‘बलजिंग डिस्क’ हो सकती है.
4. हमारी लाइफस्टाइल का भी इस पर बहुत असर पड़ता है. जैसे बहुत ज़्यादा स्मोक करना या शराब पीना भी ‘बलजिंग डिस्क’ दे सकता है.
5. इसके अलावा गलत खाना, एक्सरसाइज न करना और बहुत आधिक वेट गेन कर लेना भी नुकसानदेह है.
अब ये कैसे ठीक होगी, ये भी जान लीजिए
ये कोई कहने वाली बात नहीं है पर आपको डॉक्टर को तो दिखाना ही पड़ेगा. वो आपको कुछ सलाह देंगे. जैसे:
-आराम करना
-हल्की एक्सरसाइज करना
-ध्यान लगाना
-गर्म और ठंडी सिकाई करना
-और फिजियोथेरेपी
इसके अलावा ज़्यादा समय तक बैठे न रहें. बीच-बीच में उठकर चलते रहें. हेल्दी खाएं. और रोज़ कम से कम 40 मिनट हल्की एक्सरसाइज करें. सबसे ज्यादा ध्यान इस बात का रखें कि आपकी रीढ़ की हड्डी पर ज़्यादा ज़ोर न पड़े.
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