सफ़र के दौरान हमें कब्ज क्यों हो जाता है?

क्या करें, जिससे ट्रेवल करते समय आपका पेट साफ़ रहे.

सफर के दौरान क्यों होता है कब्ज़?

गर्मियां आ गई हैं. बच्चों के स्कूलों की छुट्टियां होंगी. घूमने के प्लान बनेंगे. ज़्यादातर लोग घूमने जाएंगे. अधिकतर लोग कहीं भी बाहर घूमने जाते हैं तो कब्ज़ होने की शिकायत करते हैं. लोग बहुत-सी बातों की तरह कब्ज़ के मुद्दे पर  भी बात करना पसंद नहीं करते. पर हम सभी ने कभी-न-कभी ये अनुभव किया होगा.

बाहर घूमने या सफर के दौरन क्यों होता है कब्ज़?

  • हमारी रोज़ की दिनचर्या में बदलाव होने के कारण
  • हमारे भोजन में बदलाव होने के कारण
  • साथ ही घूमने से होने वाले तनाव और थकान के कारण
  • नींद पूरी न होने के कारण

ये कुछ मुख्य वजह हो सकती हैं कब्ज़ होने की. कई बार शौचालय न मिलने या उसमें साफ-सफाई न होने के कारण भी हमें कब्ज़ की बीमारी हो जाती है. कई बार तो हम घर के सिवा दुसरे शौचालयों में जाने में सहज नहीं होते. बाहर घूमने के दौरान हमारे सोने के पैटर्न में भी बदलाव होता है. नींद में कमी होने से हमारा पाचनतंत्र ठीक तरह से काम नहीं कर पाता, इस कारण भी हमें कब्ज़ की शिकायत हो सकती है. बाहर होने के कारण हम खाना भी बहुत अलग-अलग तरह का खाते हैं. खाने के पैटर्न में बदलाव होने के कारण भी हमें कब्ज़ की शिकायत हो सकती है.

कई बार शौचालय न मिलने या उसमें साफ-सफाई न होने के कारण भी हमें कब्ज़ की बीमारी हो जाती है. फोटो कर्टसी: इंडिया टुडे/ आजतक कई बार शौचालय न मिलने या उसमें साफ-सफाई न होने के कारण भी हमें कब्ज़ की बीमारी हो जाती है. फोटो कर्टसी: इंडिया टुडे/ आजतक

अब भई बाहर हैं तो वहां का स्वादिष्ट खाना तो खाएंगे ही. अगर बाहर जा के भी आप वही रोज़ का खाना खाएं तो क्या मतलब है बाहर जाने का? चिंता मत कीजिए, जो मन हो खाइए. आराम से अपनी छुट्टियों का मज़ा लीजिए, बस इन कुछ बातों का ध्यान रखिए. ज़्यादा-से-ज़्यादा पानी पिएं और हाई फाइबर से युक्त चीज़ें खाएं, जैसे फल और सब्जियां.

इन बातों का ध्यान रखें: 

  • प्रोबायोटिक्स लें. अब ये प्रोबायोटिक्स क्या होते हैं? ये एक तरह के बैक्टीरिया हैं. अच्छे या उपयोगी बैक्टीरिया. ये खाने की चीज़ों में पाए जाते हैं, जैसे दही, योगर्ट, अदरक. छोटी-छोटी प्लास्टिक की बोतलों में भी प्रोबायोटिक्स बिकते हैं. इनका दाम 10-20 रूपये होता है और किसी भी चटर-पटर चीजें बेचने वाली दुकान में मिल जाते हैं. प्रोबायोटिक्स हमारे पाचन के लिए लाभदायक होते हैं.
  • घूमते-फिरते रहें, मतलब सफर के दौरान हम प्लेन में या ट्रेन में या कार में लंबे समय के लिए बैठे रहते हैं, इससे बचें. बीच-बीच में थोड़ी देर के लिए उठ कर चलें-फिरें.
  • अपने खाने का ध्यान रखें. बाहर के टेस्टी तेल वाले खाने के साथ सही और स्वस्थ खाना भी खाएं. कम-से-कम समय-समय पर कुछ फल खाते रहें. ज़्यादा-से-ज़्यादा पानी पिएं.
    अब भई बाहर हैं तो वहां का स्वादिष्ट खाना तो खाएंगे ही. फोटो कर्टसी: इंडिया टुडे अब भई बाहर हैं तो वहां का स्वादिष्ट खाना तो खाएंगे ही. फोटो कर्टसी: इंडिया टुडे

दोस्तों, पेट साफ़ न होने पर हजारों बीमारियां शरीर में घर कर सकती हैं. और अगर आप अपनी स्किन का ख़ास ख़याल रखने वालों में से हैं, तो आपको भद्दे पिंपल हो सकते हैं. इस लिए मन और पेट को साफ़ रखें, खुश रहें. 

 

 

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