जिस लड़की की आवाज़ को लोग बकरी का मिमियाना कहते थे, आज वो दुनिया की सबसे मशहूर सिंगर है

कहानी शकीरा की, मगर उनके संगीत की नहीं.

फ्लॉप हुए थे शकीरा के पहले दो एल्बम. फोटो क्रेडिट: @shakira

कभी स्कूल में जिस सिंगर को उसकी आवाज़ के कारण रिजेक्ट किया गया था. ये कहा गया था कि उसकी आवाज़ बकरी जैसी लग रही है. आज पूरी दुनिया उसके आवाज़ की दीवानी है. हम बात कर रहे हैं, कोलंबिया की सुपरस्टार शकीरा के बारे में. सिंगर, डांसर, म्यूज़िक कंपोज़र शकीरा इसाबेल मेबारक रिपोल. जिन्होंने 'पीएस देस्काल्ज़ोस फाउंडेशन' की नींव रखी. दुनियाभर के उन बच्चों के लिए जो गरीबी की वजह से पढ़ नहीं पाते. जिनकी चिंता किसी को नहीं रहती उनके लिए.

शकीरा का जन्म एक अमीर परिवार में हुआ था. उनके पिता ज्वैलरी का बिजनेस करते थे. जब शकीरा 7 साल की थीं, तब बिजनेस में हुए घाटे की वजह से वो कर्जे में डूब गए. शकीरा को परिवार ने एक दोस्त के घर भेज दिया. जब शकीरा वापस आईं, तो सब कुछ बदल चुका था. कर्ज चुकाने के लिए कार, घर के फर्नीचर बिक चुके थे. ये सब देखकर शकीरा को विश्वास नहीं हो रहा था कि उनके पिता ने इस तरह बिजनेस किया कि घर का सब कुछ लुट गया.

इस बात से शकीरा काफी उदास थीं. तब उनके पैरेंट्स ने एक तरकीब निकाली. शकीरा को ये एहसास कराने के लिए कि कितने बच्चे उनसे भी बुरे हालात में जीते हैं. उन्हें गरीबी में जीने वालों बच्चों से मिलवाया. तभी शकीरा ने जाना कि ऐसे कितने बच्चे हैं, जिनके पास कपड़े नहीं होते, पहनने के लिए चप्पल नहीं होती. शकीरा ने उस वक्त ये तय किया कि वो एक आर्टिस्ट बनेंगी और सफल होकर गरीब बच्चों के लिए कुछ करेंगी.

स्कूल में शकीरा अपने डांस के लिए फेमस थीं. फोटो क्रेडिट: facebook/shakira स्कूल में शकीरा अपने डांस के लिए फेमस थीं. फोटो क्रेडिट: facebook/shakira
इसलिए उन्होंने खुद म्यूजिक कंपोज़ करना और गाना लिखना शुरू कर दिया. तब वो सिर्फ 8 साल की थीं. 10 साल की उम्र में उन्होंने अपने स्कूल के सिंगिंग ग्रुप में सेलेक्शन के लिए गाना गाया. पर उन्हें ये कहकर रिजेक्ट कर दिया गया कि उनकी आवाज़ बहुत भारी है. यहां तक कहा गया कि वो बकरी की तरह मिमियाती हैं.

म्यूज़िक इंडस्ट्री में आने के बाद उनके पहले दो एल्बम बुरी तरह फ्लॉप हुए थे. लेकिन जल्द ही उनका तीसरा एल्बम हिट हुआ. फिर उन्होंने एक चैरिटी ऑर्गनाइजेशन बनाया. नाम रखा, Pies Descalzos (पीएस देस्काल्ज़ोस) फाउंडेशन. तब शकीरा 18 साल की थीं. ये ऑर्गनाइजेशन गरीब बच्चों के लिए चलाए जा रहे स्कूलों की मदद करता है. उनके पोषण के लिए काम करता है.

 18 साल की उम्र में शकीरा ने Pies Descalzos फाउंडेशन बनाया. फोटो क्रेडिट: @shakira 18 साल की उम्र में शकीरा ने Pies Descalzos फाउंडेशन बनाया. फोटो क्रेडिट: @shakira

शिक्षा देने के वैश्विक मिशन को पूरा करने के लिए शकीरा ने 'बेयरफुट फाउंडेशन' भी बनाया है. इस फाउंडेशन का मानना है कि शिक्षा के जरिए एक बेहतर दुनिया बनाई जा सकती है. शिक्षा सिर्फ बुक और फैक्ट्स नहीं है, ये सामाजिक और भावनात्मक विकास है.

आज शकीरा दुनिया की बेहतरीन सिंगर्स में से एक हैं. ग्रैमी अवॉर्ड की विनर हैं. शकीरा ने 2010 में फीफा वर्ल्ड कप का जो ऑफिशियल थीम सॉन्ग गाया, उसे यूट्यूब पर एक अरब से ज्यादा बार देखा जा चुका है. शकीरा ने बचपन में खुद से किया वादा पूरा किया, फेमस आर्टिस्ट बनना और गरीब बच्चों के लिए कुछ करना.

 

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