ऐश्वर्या राय बच्चन ने जो बोल दिया है उससे अमिताभ बच्चन का सर शर्म से झुक जाना चाहिए
हमें भूलना नहीं चाहिए, कि बॉलीवुड में सबसे पहले हरासमेंट के खिलाफ ऐश्वर्या ही खड़ी हुई थीं.
ऐश्वर्या राय का नाम लेते ही आंखों के सामने एक तस्वीर जो घूम जाती है वो है दुनिया की सबसे खूबसूरत औरत की. एक्ट्रेस जिसने कान फिल्म फेस्टिवल में अपनी सुनहरी साड़ी से सबका ध्यान खींचा, तो हॉलीवुड में नए दरवाज़े भी खोले. उन्हें कभी भी एक्टिंग के लिए उतनी तवज्जो नहीं दी गई. ऐश्वर्या की खूबसूरती उनके बारे में हर डिस्कशन को ढंकती रही. ऐश्वर्या एक चेहरा बन कर रह गईं. वो चेहरा जो चौंधिया देता है. प्रोड्यूसरों/ डिरेक्टरों ने उस चकाचौंध के पीछे छुपना आसान समझा.
पर ऐश्वर्या सिर्फ वहीं तक लिमिटेड नहीं. ये जानना इसलिए मुश्किल हो जाता है क्योंकि ऐश्वर्या के बारे में जब कुछ ढूंढा जाता है, गूगल आपके सामने ऐश्वर्या-सलमान के अफेयर की फ़ोटोज़ उगल देता है. गॉसिप कॉलम खुल जाते हैं.
अभी अभी ऐश्वर्या ने चल रहे मी टू कैम्पेन पर स्टेटमेंट दिया है. उन्होंने कहा,
‘मैंने हमेशा खुलकर बोला है. पहले भी, अभी भी, और आगे भी बोलती रहूंगी. सोशल मीडिया ने इस पर बातचीत का रास्ता आसान किया है और कोई भी औरत जो दुनिया के किसी भी कोने से आती है आज उसके पास आवाज़ है जो सुनी जाएगी. जब औरतों के अपनी आवाज़ ढूंढने की बात आती है, ताकत खोजने की, अपनी कहानियां साझा कर सकने के बारे में कॉंफिडेंट फील कर सकने की, तो बात आज के समय की ही नहीं है. ये काफी समय से चल रहा है और मुझे ख़ुशी है कि आज इसे रफ़्तार मिल गई है.’
उन्होंने एक फैशन इवेंट के दौरान ये बात कही.
2002 में ऐश्वर्या राय ने सलमान खान के ऊपर डोमेस्टिक वायलेंस के आरोप लगाए थे. 1999 में रिलीज हुई फिल्म हम दिल दे चुके सनम की शूटिंग के दौरान ऐश्वर्या और सलमान ने एक-दूसरे को डेट करना शुरू किया था. उसके बाद इनकी जोड़ी को लेकर अक्सर गॉसिप होती रहती थी. लेकिन जब सलमान खान के ऊपर ऐश्वर्या ने एलीगेशन लगाए, वो समय टैबलॉयड का था. इन्टरनेट पर समर्थन करने वालों की फौज नहीं थी. और उस समय बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारों में से एक, सलमान खान पर खुलकर इलज़ाम लगाने के लिए जो हिम्मत चाहिए थी वो आज तक किसी में दिखाई नहीं दी. अरिजीत सिंह वाला मामला तो यादा होगा ही आपको. सिंगर ने सलमान खान से घिघिया कर माफी मांगी थी कि अपनी फिल्म में उनको गाने दें. नाराजगी छोड़ दें. जो रिपोर्ट्स छपी हैं, उनकी मानें तो फिल्म चलते चलते की शूटिंग के दौरान सलमान खान ने जाकर हंगामा मचाया था वहां क्योंकि ऐश्वर्या उसमें काम कर रही थीं. शाहरुख़ के साथ बाद में उस फिल्म में रानी मुखर्जी ने काम किया.
यही नहीं, जब ऐश्वर्या विवेक ओबेरॉय के साथ तथाकथित रिलेशनशिप में थीं, तब विवेक ओबेरॉय ने ये आरोप लगाया कि सलमान खान उनको परेशान कर रहे हैं. अपनी निजी जिंदगी की बातें बिना कंसेंट के पब्लिक कर देने की इस बात पर ऐश्वर्या ने विवेक से दूरी भी बनाई.
जब बात मी टू की आती है, हैरेसमेंट के खिलाफ लड़ने की बात आती है, अपने हक़ के लिए खड़े होने की बात आती है, ऐश्वर्या अपने समय से आगे चलती आई हैं. सलमान खान से पंगा लेना न जाने कितनों के लिए भारी पड़ा, उस एक्टर से सरेआम भिड़ गईं ऐश्वर्या. सारा कच्चा चिट्ठा खोल कर रख दिया. जबकि अपने अब्यूजर से खिलाफ खड़े होकर उसका नाम लेना आज भी कई औरतों के लिए एक बेहद मुश्किल काम है. ऐश्वर्या ने बताया कि किस तरह वो इतनी हिंसा झेलने के बाद शूट्स पर ऐसे जाती थीं मानो कुछ हुआ ही ना हो. सलमान ने चीट भी किया, इसलिए ऐश्वर्या ने उनसे अपने सारे रिश्ते तोड़ लिए. एक पुराने विडियो में सलमान ये कहते हुए भी नज़र आए थे कि मैं मारता तो कोई औरत बचती नहीं. इसके कहने से मतलब उनका ये था कि ऐश्वर्या पर उन्होंने हाथ नहीं उठाया. अगर उठाया होता तो ऐश्वर्या ज़िंदा नहीं होतीं.
एक ऐसे समय में जहां सालों साल बाद औरतें आज हिम्मत जुटा पा रही हैं अपने साथ हुई वायलेंस और हैरेसमेंट की शिकायत कर पाने की, वहां पर ऐश्वर्या ने दशकों पहले आवाज़ उठाई थी. करियर में अलग अलग फिल्मों की चॉइसेज से लेकर असल जिंदगी में भी अपने आप के लिए खड़े हो सकने की हिमत दिखाई है ऐश्वर्या ने.
ये और भी ज्यादा इम्पोर्टेन्ट इसलिए हो जाता है क्योंकि उनके जो ससुर जी हैं, अमिताभ बच्चन , उनके भीतर इस तरह की चीज़ों को लेकर हाथ झाड़ लेने की प्रवृत्ति अक्सर देखी गई है. उनकी फिल्म पिंक जब रिलीज होने वाली थी तब उन्होंने अपनी नवासी नव्या नवेली और पोती आराध्या के नाम चिट्ठी लिखी थी.
कहा कि किसी को तुम्हारी स्कर्ट की लम्बाई से तुम्हारा कैरेक्टर जज मत करने देना. लेकिन वही मामला जब प्रियंका चोपड़ा के साथ हुआ, तो उनका दो टूक जवाब आया- ना तो मैं प्रियंका हूं ना ही मोदी मैं इस पर कैसे बोलूं? तो उस समय क्या बच्चन साहब नव्या या आराध्या हो गए थे जब ये चिट्ठी लिखी थी? तनुश्री दत्ता और नाना पाटेकर के मामले में भी उनका हूबहू यही जवाब था. ये जानी मानी बात है कि अमिताभ बच्चन किसी भी ऐसे इशू पर नहीं बोलते जहां पर कोई विवाद हो सकने की आशंका हो. लड़कियों को अपनी ज़िन्दगी अपने मिजाज़ से जी सकने की हिदायत वो तभी देंगे जब उनकी कोई फिल्म आने वाली होगी. हैरेसमेंट के केसेज में भी कुछ बोलने के लिए हमें शायद तब तक इंतज़ार करना होगा जब तक उनकी कोई फिल्म इस टॉपिक पर रिलीज नहीं हो जाती.
शुक्र है ऐश्वर्या को ऐसी किसी फिल्म की ज़रूरत नहीं.
लगातार ऑडनारी खबरों की सप्लाई के लिए फेसबुक पर लाइक करे