दलित से ब्याह किया तो बेटी को खोजकर, दो साल बाद उसे मार डाला
गर्व से कहो हम निर्दयी हैं.
सैराट का बॉलीवुड रीमेक बना, धड़क. ये केस सैराट और धड़क की कहानी का सच है. एक लड़की शादी करती है लेकिन घरवालों को मंज़ूर नहीं क्योंकि लड़का दलित है. शिकायत दर्ज़ होती है, कोर्ट केस चलता है और दो साल बाद लड़की की हत्या हो जाती है.
क्या हुआ रोहतक की इस लड़की के साथ?
मीनल (बदला हुआ नाम) साल 2016 में एक लड़के से शादी करती है. शादी का पता घरवालों को चलता है और तमाशा खड़ा हो जाता है. तमाशा हो भी क्यों न? लड़का दलित जो है! लड़की के घरवाले लड़के और उसके परिवार के खिलाफ शिकायत दर्ज़ कराते हैं. बताते हैं कि शादी के समय लड़की नाबालिग थी. शिकायत होने पर पुलिस लड़की को कस्टडी में लेकर करनाल के नारी निकेतन भेज देती है. लड़की के पति और उसके पिता को गिरफ्तार भी कर लेती है.
तब से अबतक केस चल रहा है. जुवेनाइल कोर्ट में कार्यवाही चल रही है. सुनवाई के लिए 8 अगस्त को पुलिस सुरक्षा में मीनल को कोर्ट लाया जाता है. कार्यवाही खत्म होने के बाद मीनल एक पुलिसवाले के साथ वापस जा रही थी. जुवेनाइल कोर्ट के दरवाजे पर ही किसी ने उन्हें और पुलिसवाले दोनों की गोली मार कर हत्या कर दी. दोनों को रोहतक के पीजीआई अस्पताल ले जाया गया. जहां दोनों की मौत हो गई. पुलिस ने मौके से 7 गोलियां बरामद की हैं.
घटनास्थल पर मीनल की सास मौज़ूद थीं. उन्होंने मीनल के पिता पर हत्या का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि वो किसी तरह वहां से भाग गईं और अपनी जान बचाई. ये हमला अभी क्यों हुआ इस पर मीनल की सास ने बताया कि अब गवाही शुरू होने वाली थी इसलिए लड़की के ऊपर हमला हुआ.
मीनल को बचाने में पुलिसवाले की भी जान चली गई. घटना के बाद पुलिस अधीक्षक जश्नदीप सिंह रंधावा मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया- 'मीनल की सास ने हमलावरों के बारे में बताया है. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.'
आरोपी गिरफ्त में आ जाएंगे मगर उस सोच को कौन बंदी बना पाएगा जो अपनी ही संतान को संसार के दिखावटी नियमों के चलते मार डालती है?
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