पांच आदमियों से अलग-अलग बार रेप का शिकार हुई, जब प्रेगनेंट हुई तब सच सामने आया
डर के चलते घर वालों को साल भर कुछ बताया ही नहीं.
17 साल की निधि (नाम बदल दिया गया है) मेंगलुरु के एक छोटे गांव की रहने वाली है. बात दिसंबर 2018 की है. उसका कजिन गणेश उसे अपने साथ सुब्रमण्या गांव लेकर गया. वहां उसने दो दिनों के एक लॉज बुक किया. दो दिनों तक उसने निधि का रेप किया. साथ ही धमकी भी दी कि वो ये बात किसी को न बताए. निधि घर आ गई. उसने किसी से कुछ नहीं कहा.
गणेश नाइक 28 साल का है और पीड़िता का रिश्तेदार है. (फ़ोटो कर्टसी: पुंडलिक)
कुछ महीने निकल गए. फ़रवरी आया. एक दिन निधि घर पर अकेली थी. उस दिन उसके घर पर कृष्णप्पा नाम का आदमी आया. वो निधि का जानकार था. निधि को अकेला पाकर कृष्णप्पा ने उसका रेप किया. इस बार भी निधि ने डर के मारे किसी को कुछ नहीं बताया.
कुछ दिनों बाद निधि की दोस्ती पवन नाम के लड़के से हुई. दोनों की दोस्ती फ़ोन पर हुई थी. वो अक्सर फ़ोन पर बातें करते थे. एक दिन निधि का परिवार गांव से दूर एक धार्मिक फ़ेस्टिवल में शरीक होने गया. उस दिन पवन, निधि से मिलने आया. उसे अकेला पाकर उसने भी निधि का रेप किया. कुछ दिनों बाद धनुष नाम के आदमी ने भी निधि का रेप किया. वो पेशे से ड्राइवर है.
धनुष पेशे इस ड्राईवर है और 23 साल का है. (फ़ोटो कर्टसी: पुंडलिक)
यहां पर भी उसका यौन शोषण रुका नहीं.
निधि के स्कूल के दिनों का एक दोस्त था. पुनीत. वो उसे सुब्रमण्या मंदिर लेकर गया. वहां दोनों एक लॉज में रुके. यहां उसने निधि का रेप किया. कुछ महीनों में निधि को पता चला वो प्रेगनेंट है. उसने इस बात की जानकारी पुनीत को दी. ये सुनकर पुनीत ने निधि को मारने की धमकी दी.
ये पूरा मामला तब सामने आया जब कुछ दिन पहले कुछ आशा वर्कर्स निधि के घर गए. तब उन्हें पता चला कि निधि का रेप कई लोगों ने किया है. जिसकी वजह से वो प्रेगनेंट भी हो गई है. उन्होंने उसे पांचों आदमियों के खिलाफ़ शिकायत लिखवाने के लिए कहा.
पुलिस ने निधि की शिकायत लिख ली है. उनपर पॉक्सो (प्रोटेक्शन ऑफ़ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्शुअल ऑफेंसेज) एक्ट के तहत मामला भी दर्ज हुआ है. पांच में से तीन आरोपियों को पकड़ लिया गया है. दो अब भी फ़रार हैं. पुलिस उन्हें पकड़ने में जुटी है.
डराने वाली बात ये है कि इतने महीने रेप का शिकार होने के बाद भी निधि ने अपने घरवालों से कुछ नहीं कहा. और ऐसा सिर्फ़ निधि के साथ नहीं हुआ है. अक्सर लड़कियां बदनामी के डर से घरवालों से अपने साथ हुए यौन शोषण की बात छिपा जाती हैं. कई बार घरवाले ही लड़की को चुप करवा देते हैं. इस डर से कि उनसे शादी कौन करेगा. इस सबके बीच लड़कियां यौन हिंसा का शिकार बनी रहती हैं.
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