19 साल के समलैंगिक लड़के ने प्रेम के अभाव में सुसाइड कर लिया

सुसाइड नोट में लिखा, 'भगवान, किसी को गे मत बनाना'

लालिमा लालिमा
जुलाई 10, 2019
अविन्शु पटेल, चेन्नई में एक स्पा में काम करता था. फोटो- फेसबुक

19 साल का एक लड़का. ढेर सारे सपने लेकर अपना शहर छोड़कर दूसरे शहर जाता है. मां-बाप से दूर रहता है. काम करता है. दिन-रात मेहनत करता है. उसका सपना है अच्छा काम करना, ईमानदारी से पैसे कमाना. लेकिन फिर कुछ ही दिन बाद वो मर जाता है. उसकी लाश समुद्र के किनारे पड़ी मिलती है. वो सुसाइड कर लेता है, क्योंकि वो समलैंगिक था. और लोग उसे हिजड़ा बुलाते थे, उसे ताने मारते थे, परेशान करते थे.

ये कहानी है अविन्शु पटेल की. जिसे उसके घर वाले प्यार से अवि बुलाते थे. फेसबुक पर भी उसका नाम अवि पटेल है. अवि 19 साल का था. मुंबई का रहने वाला था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से चेन्नई में रह रहा था, काम के सिलसिले में. चेन्नई में एक स्पा में काम करता था.

उसने 2 जुलाई के दिन फेसबुक पर दो पोस्ट डाले. एक हिंदी में और एक अंग्रेजी में. बताया कि वो समलैंगिक है, इसलिए बहुत से लोग उससे नफरत करते हैं. इस वजह से वो खुद को खत्म करने जा रहा है. इस पोस्ट के दूसरे दिन, यानी 3 जुलाई को उसकी डेड बॉडी समुद्र के किनारे पड़ी मिली. चेन्नई में अवि जहां रहता था, उसी इलाके के एक बीच पर.

अवि ने फेसबुक पोस्ट में लिखा,

'मुझसे प्यार करने के लिए, नफरत करने के लिए आपका शुक्रिया. मैं गे हूं. यही मैं हूं. मेरा परिवार भी ये बात जानता है. लेकिन बाकी लोगों को दिक्कत होती है इस बात से. वो मुझसे नफरत करते हैं. हर कोई जानता है कि मैं लड़का हूं. लेकिन मेरा चलना, सोचना, बोलना और भावनाएं सब एक लड़की की तरह है. बस यही बात भारत में रहने वाले लोगों को पसंद नहीं आती. और लोग मुझे हिजड़ा-हिजड़ा कहकर चिढ़ाते हैं. मैंने कई बार अपनी फीलिंग्स को कंट्रोल करने की कोशिश की, लेकिन हर बार नाकाम रहा. लोग मुझसे नफरत करते हैं. मैं प्यार का भूखा हूं. भगवान प्लीज किसी गे इंसान को इस धरती पर जन्म मत देना. पूरी तरह लड़की बनाना या फिर पूरी तरह लड़का बनाना. मैं अपनी गलती से गे नहीं बना, ये भगवान की गलती है. मैं अपनी इस जिंदगी से नफरत करता हूं. इसलिए मैं अपनी इच्छा से सुसाइड कर रहा हूं. आपसे रिक्वेस्ट है, मेरी आखिरी विनती है कि मेरे मरने का जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को न ठहराएं. न मेरे से जुड़ी कंपनी के लोगों को, न शहर को, न मेरे परिवार के किसी व्यक्ति को, न मेरे किसी दोस्त को और न मेरे किसी रिश्तेदार को. किसी को भी नहीं. एक और आखिरी इच्छा है. मेरा परिवार गरीब है, इसलिए आप उनकी मदद करें और उन्हें समझाएं. मैं मर रहा हूं.'

avinshu-8_750_071019100109.jpgअवि का फेसबुक पोस्ट. ये उसने 2 जुलाई की रात में लिखा था.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, अवि 2 जुलाई के दिन मॉल गया था. उसने अपने एक दोस्त को कॉल किया था. उसके दोस्त का कहना है कि अवि बातों से खुश लग रहा था. लेकिन दो घंटे बाद फिर अवि ने अपने दोस्त को कॉल किया, और कहा कि वो खुद को खत्म करने जा रहा है. उसके बाद अवि के दोस्त ने कई बार अवि को कॉल किया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया. रात करीब 10 बजे अवि ने फेसबुक पर पोस्ट डाल दिया. वही पोस्ट, जिसके बारे में हमने आपको ऊपर बताया है. उसके बाद अवि के दोस्त ने फिर से उसे कॉल किया, लेकिन उसका फोन स्विचऑफ बता रहा था.

दूसरे दिन बीच के पास लोगों ने अवि की डेड बॉडी देखी और पुलिस को जानकारी दी. इधर अवि का दोस्त दूसरे दिन भी उसे कॉल कर रहा था. पुलिस ने अवि का फोन ऑन किया, तब उसके दोस्त से बात हुई. अवि के स्पा वालों ने उसके परिवार को मुंबई से चेन्नई बुलाया, ताकि वो डेड बॉडी ले जा लें.

19 साल का लड़का मर गया, क्योंकि वो समलैंगिक था. 

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